महाभारतम् — 3.30.4
Original
Segmented
क्रुद्धः पापम् नरः कुर्यात् क्रुद्धो हन्याद् गुरून् अपि क्रुद्धः परुषया वाचा श्रेयसो ऽप्य् अवमन्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| क्रुद्धः | क्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| नरः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कुर्यात् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| क्रुद्धो | क्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| हन्याद् | हन् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| गुरून् | गुरु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अपि | अपि | pos=i |
| क्रुद्धः | क्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| परुषया | परुष | pos=a,g=f,c=3,n=s |
| वाचा | वाच् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| श्रेयसो | श्रेयस् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| ऽप्य् | अपि | pos=i |
| अवमन्यते | अवमन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |