महाभारतम् — 3.30.44
Original
Segmented
इति गीताः काश्यपेन गाथा नित्यम् क्षमावताम् श्रुत्वा गाथाः क्षमायास् त्वम् तुष्य द्रौपदि मा क्रुधः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इति | इति | pos=i |
| गीताः | गा | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
| काश्यपेन | काश्यप | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| गाथा | गाथा | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| क्षमावताम् | क्षमावत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| गाथाः | गाथा | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| क्षमायास् | क्षमा | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| तुष्य | तुष् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| द्रौपदि | द्रौपदी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| मा | मा | pos=i |
| क्रुधः | क्रुध् | pos=v,p=2,n=s,l=lun_unaug |