महाभारतम् — 3.33.57
Original
Segmented
नीतिम् बृहस्पति-प्रोक्ताम् भ्रातॄन् मे ऽग्राहयत् पुरा तेषाम् सांकथ्यम् अश्रौषम् अहम् एतत् तदा गृहे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| नीतिम् | नीति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| बृहस्पति | बृहस्पति | pos=n,comp=y |
| प्रोक्ताम् | प्रवच् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| भ्रातॄन् | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| ऽग्राहयत् | ग्राहय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| पुरा | पुरा | pos=i |
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| सांकथ्यम् | सांकथ्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अश्रौषम् | श्रु | pos=v,p=1,n=s,l=lun |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| गृहे | गृह | pos=n,g=m,c=7,n=s |