महाभारतम् — 3.34.62
Original
Segmented
सत्त्वम् हि मूलम् अर्थस्य वितथम् यद् अतस् अन्यथा न तु प्रसक्तम् भवति वृक्ष-छाया इव हैमनी
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सत्त्वम् | सत्त्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| मूलम् | मूल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अर्थस्य | अर्थ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वितथम् | वितथ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अतस् | अतस् | pos=i |
| अन्यथा | अन्यथा | pos=i |
| न | न | pos=i |
| तु | तु | pos=i |
| प्रसक्तम् | प्रसञ्ज् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| वृक्ष | वृक्ष | pos=n,comp=y |
| छाया | छाया | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| हैमनी | हैमन | pos=a,g=f,c=1,n=s |