महाभारतम् — 3.35.17
Original
Segmented
भूयो ऽपि दुःखम् मम भीमसेन दूये विषस्य इव रसम् विदित्वा यद् याज्ञसेनीम् परिकृष्यमाणाम् संदृश्य तत् क्षान्तम् इति स्म भीम
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भूयो | भूयस् | pos=i |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| भीमसेन | भीमसेन | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| दूये | दु | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| विषस्य | विष | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| रसम् | रस | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| विदित्वा | विद् | pos=vi |
| यद् | यत् | pos=i |
| याज्ञसेनीम् | याज्ञसेनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| परिकृष्यमाणाम् | परिकृष् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| संदृश्य | संदृश् | pos=vi |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| क्षान्तम् | क्षम् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| इति | इति | pos=i |
| स्म | स्म | pos=i |
| भीम | भीम | pos=n,g=m,c=8,n=s |