महाभारतम् — 3.36.23
Original
Segmented
अज्ञात-चर्या गूढेन पृथिव्याम् विश्रुतेन च दिवि इव पार्थ सूर्येण न शक्या चरितुम् त्वया
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अज्ञात | अज्ञात | pos=a,comp=y |
| चर्या | चर्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| गूढेन | गुह् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
| पृथिव्याम् | पृथिवी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| विश्रुतेन | विश्रु | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| दिवि | दिव् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| पार्थ | पार्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| सूर्येण | सूर्य | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| न | न | pos=i |
| शक्या | शक्य | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| चरितुम् | चर् | pos=vi |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |