महाभारतम् — 3.39.9
Original
Segmented
गात्र-संस्पर्श-संबन्धम् त्र्यम्बकेण सह अनघ पार्थस्य देवदेवेन शृणु सम्यक् समागमम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| गात्र | गात्र | pos=n,comp=y |
| संस्पर्श | संस्पर्श | pos=n,comp=y |
| संबन्धम् | सम्बन्ध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| त्र्यम्बकेण | त्र्यम्बक | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| सह | सह | pos=i |
| अनघ | अनघ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| पार्थस्य | पार्थ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| देवदेवेन | देवदेव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| सम्यक् | सम्यक् | pos=i |
| समागमम् | समागम | pos=n,g=m,c=2,n=s |