महाभारतम् — 3.4.3
Original
Segmented
फल-मूल-आमिषम् शाकम् संस्कृतम् यन् महानसे चतुर्विधम् तत् अन्नाद्यम् अक्षय्यम् ते भविष्यति धनम् च विविधम् तुभ्यम् इत्य् उक्त्वा अन्तरधीयत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| फल | फल | pos=n,comp=y |
| मूल | मूल | pos=n,comp=y |
| आमिषम् | आमिष | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| शाकम् | शाक | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| संस्कृतम् | संस्कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| यन् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| महानसे | महानस | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| चतुर्विधम् | चतुर्विध | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अन्नाद्यम् | अन्नाद्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अक्षय्यम् | अक्षय्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| भविष्यति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| धनम् | धन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| विविधम् | विविध | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| तुभ्यम् | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| इत्य् | इति | pos=i |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| अन्तरधीयत | अन्तर्धा | pos=v,p=3,n=s,l=lan |