महाभारतम् — 3.40.39
Original
Segmented
सम्प्रायुध्यद् धनुष्कोट्या कौन्तेयः पर-वीर-हा तद् अप्य् अस्य धनुः दिव्यम् जग्रास गिरि-गोचरः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सम्प्रायुध्यद् | सम्प्रयुध् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| धनुष्कोट्या | धनुष्कोटि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| कौन्तेयः | कौन्तेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पर | पर | pos=n,comp=y |
| वीर | वीर | pos=n,comp=y |
| हा | हन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अप्य् | अपि | pos=i |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| धनुः | धनुस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| दिव्यम् | दिव्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| जग्रास | ग्रस् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| गिरि | गिरि | pos=n,comp=y |
| गोचरः | गोचर | pos=a,g=m,c=1,n=s |