महाभारतम् — 3.45.19
Original
Segmented
यत् न शक्यम् सुरैः द्रष्टुम् ऋषिभिः वा महात्मभिः तद् आश्रम-पदम् पुण्यम् बदरी नाम विश्रुतम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| शक्यम् | शक्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| सुरैः | सुर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| द्रष्टुम् | दृश् | pos=vi |
| ऋषिभिः | ऋषि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| वा | वा | pos=i |
| महात्मभिः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| आश्रम | आश्रम | pos=n,comp=y |
| पदम् | पद | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पुण्यम् | पुण्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| बदरी | बदरी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| नाम | नाम | pos=i |
| विश्रुतम् | विश्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |