महाभारतम् — 3.46.3
Original
Segmented
श्रुतम् मे सूत कार्त्स्न्येन कर्म पार्थस्य धीमतः कच्चित् ते अपि विदितम् यथातथ्येन सारथे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| श्रुतम् | श्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| सूत | सूत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| कार्त्स्न्येन | कार्त्स्न्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पार्थस्य | पार्थ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| धीमतः | धीमत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| कच्चित् | कच्चित् | pos=i |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| विदितम् | विद् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| यथातथ्येन | यथातथ्येन | pos=i |
| सारथे | सारथि | pos=n,g=m,c=8,n=s |