महाभारतम् — 3.51.25
Original
Segmented
नलो ऽपि राजा कौन्तेय श्रुत्वा राज्ञाम् समागमम् अभ्यगच्छद् अ दीन-आत्मा दमयन्तीम् अनुव्रतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| नलो | नल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कौन्तेय | कौन्तेय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| राज्ञाम् | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| समागमम् | समागम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अभ्यगच्छद् | अभिगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| अ | अ | pos=i |
| दीन | दीन | pos=a,comp=y |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| दमयन्तीम् | दमयन्ती | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अनुव्रतः | अनुव्रत | pos=a,g=m,c=1,n=s |