महाभारतम् — 3.61.102
Original
Segmented
यथा विशोका गच्छेयम् अशोक-नगैः तत् कुरु सत्य-नामा भव अशोकैः मम शोक-विनाशनात्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यथा | यथा | pos=i |
| विशोका | विशोक | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| गच्छेयम् | गम् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
| अशोक | अशोक | pos=n,comp=y |
| नगैः | नग | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कुरु | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| सत्य | सत्य | pos=a,comp=y |
| नामा | नामन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भव | भू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| अशोकैः | अशोक | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| शोक | शोक | pos=n,comp=y |
| विनाशनात् | विनाशन | pos=n,g=n,c=5,n=s |