महाभारतम् — 3.61.34
Original
Segmented
श्रुत्वा अरण्ये विलपितम् मे एष मृगराट् स्वयम् याति एताम् मृष्ट-सलिलाम् आपगाम् सागरंगमाम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| अरण्ये | अरण्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| विलपितम् | विलपित | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मृगराट् | मृगराज् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| स्वयम् | स्वयम् | pos=i |
| याति | या | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| एताम् | एतद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| मृष्ट | मृज् | pos=va,comp=y,f=part |
| सलिलाम् | सलिल | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| आपगाम् | आपगा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| सागरंगमाम् | सागरंगम | pos=a,g=f,c=2,n=s |