महाभारतम् — 3.61.67
Original
Segmented
तैः उक्ता कुशलम् भद्रे सर्वत्र इति यशस्विनी ब्रूहि सर्व-अनवद्याङ्गे का त्वम् किम् च चिकीर्षसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| उक्ता | वच् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| कुशलम् | कुशल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| भद्रे | भद्र | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| सर्वत्र | सर्वत्र | pos=i |
| इति | इति | pos=i |
| यशस्विनी | यशस्विन् | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| ब्रूहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| अनवद्याङ्गे | अनवद्याङ्ग | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| का | क | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| चिकीर्षसि | चिकीर्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |