महाभारतम् — 3.64.7
Original
Segmented
त्वाम् उपस्थास्यतः च इमौ नित्यम् वार्ष्णेय-जीवलौ एताभ्याम् रंस्यसे सार्धम् वस वै मयि बाहुक
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| उपस्थास्यतः | उपस्था | pos=v,p=3,n=d,l=lrt |
| च | च | pos=i |
| इमौ | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| वार्ष्णेय | वार्ष्णेय | pos=n,comp=y |
| जीवलौ | जीवल | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| एताभ्याम् | एतद् | pos=n,g=m,c=3,n=d |
| रंस्यसे | रम् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| सार्धम् | सार्धम् | pos=i |
| वस | वस् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| वै | वै | pos=i |
| मयि | मद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
| बाहुक | बाहुक | pos=n,g=m,c=8,n=s |