महाभारतम् — 3.65.21
Original
Segmented
कदा नु खलु दुःखस्य पारम् यास्यति वै शुभा भर्तुः समागमात् साध्वी रोहिणी शशिनो यथा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कदा | कदा | pos=i |
| नु | नु | pos=i |
| खलु | खलु | pos=i |
| दुःखस्य | दुःख | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| पारम् | पार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| यास्यति | या | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| वै | वै | pos=i |
| शुभा | शुभ | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| भर्तुः | भर्तृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| समागमात् | समागम | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| साध्वी | साध्वी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| रोहिणी | रोहिणी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| शशिनो | शशिन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |