महाभारतम् — 3.7.10
Original
Segmented
तस्य तद् वचनम् श्रुत्वा राज्ञस् तम् अनुमान्य च संजयो बाढम् इत्य् उक्त्वा प्राद्रवत् काम्यकम् वनम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| राज्ञस् | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अनुमान्य | अनुमानय् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| संजयो | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| बाढम् | बाढ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| इत्य् | इति | pos=i |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| प्राद्रवत् | प्रद्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| काम्यकम् | काम्यक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |