महाभारतम् — 3.7.4
Original
Segmented
भ्राता मम सुहृच् च एव साक्षाद् धर्म इव अपरः तस्य स्मृत्वा अद्य सु भृशम् हृदयम् दीर्यति इव मे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भ्राता | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| सुहृच् | सुहृद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| साक्षाद् | साक्षात् | pos=i |
| धर्म | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| अपरः | अपर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| स्मृत्वा | स्मृ | pos=vi |
| अद्य | अद्य | pos=i |
| सु | सु | pos=i |
| भृशम् | भृशम् | pos=i |
| हृदयम् | हृदय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| दीर्यति | दृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| इव | इव | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |