महाभारतम् — 3.73.18
Original
Segmented
बृहदश्व उवाच दमयन्ती तु तत् श्रुत्वा पुण्यश्लोकस्य चेष्टितम् अमन्यत नलम् प्राप्तम् कर्म-चेष्टा-अभिसूचितम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| बृहदश्व | बृहदश्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| दमयन्ती | दमयन्ती | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| पुण्यश्लोकस्य | पुण्यश्लोक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| चेष्टितम् | चेष्ट् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| अमन्यत | मन् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| नलम् | नल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्राप्तम् | प्राप् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,comp=y |
| चेष्टा | चेष्टा | pos=n,comp=y |
| अभिसूचितम् | अभिसूचय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |