महाभारतम् — 3.8.22
Original
Segmented
तान् प्रस्थितान् परिज्ञाय कृष्णद्वैपायनस् तदा आजगाम विशुद्ध-आत्मा दृष्ट्वा दिव्येन चक्षुषा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| प्रस्थितान् | प्रस्था | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| परिज्ञाय | परिज्ञा | pos=vi |
| कृष्णद्वैपायनस् | कृष्णद्वैपायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| आजगाम | आगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| विशुद्ध | विशुध् | pos=va,comp=y,f=part |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| दिव्येन | दिव्य | pos=a,g=n,c=3,n=s |
| चक्षुषा | चक्षुस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |