महाभारतम् — 3.8.4
Original
Segmented
यावद् अस्य पुनः बुद्धिम् विदुरो न अपकर्षति पाण्डव-आनयने तावन् मन्त्रयध्वम् हितम् मम
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यावद् | यावत् | pos=i |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| बुद्धिम् | बुद्धि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| विदुरो | विदुर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| अपकर्षति | अपकृष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| पाण्डव | पाण्डव | pos=n,comp=y |
| आनयने | आनयन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| तावन् | तावत् | pos=i |
| मन्त्रयध्वम् | मन्त्रय् | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
| हितम् | हित | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |