महाभारतम् — 3.81.104
Original
Segmented
ऋषिः उवाच किम् न पश्यसि मे देव करात् शाक-रसम् स्रुतम् यम् दृष्ट्वा अहम् प्रनृत्तो वै हर्षेण महता अन्वितः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ऋषिः | ऋषि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| पश्यसि | दृश् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| देव | देव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| करात् | कर | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| शाक | शाक | pos=n,comp=y |
| रसम् | रस | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| स्रुतम् | स्रु | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| यम् | यद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| प्रनृत्तो | प्रनृत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| वै | वै | pos=i |
| हर्षेण | हर्ष | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| महता | महत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| अन्वितः | अन्वित | pos=a,g=m,c=1,n=s |