महाभारतम् — 3.81.166
Original
Segmented
ततो गच्छेत धर्म-ज्ञ तीर्थम् संनिहितीम् अपि यत्र ब्रह्म-आदयः देवा ऋषयः च तपोधनाः मासि मासि समायान्ति पुण्येन महता अन्विताः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततो | ततस् | pos=i |
| गच्छेत | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| ज्ञ | ज्ञ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| तीर्थम् | तीर्थ | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| संनिहितीम् | संनिहिती | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
| आदयः | आदि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| देवा | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ऋषयः | ऋषि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| तपोधनाः | तपोधन | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| मासि | मास् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| मासि | मास् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| समायान्ति | समाया | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| पुण्येन | पुण्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| महता | महत् | pos=a,g=n,c=3,n=s |
| अन्विताः | अन्वित | pos=a,g=m,c=1,n=p |