महाभारतम् — 3.81.9
Original
Segmented
तत्र स्नात्वा अर्चयित्वा च त्रिलोक-प्रभवम् हरिम् अश्वमेधम् अवाप्नोति विष्णु-लोकम् च गच्छति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तत्र | तत्र | pos=i |
| स्नात्वा | स्ना | pos=vi |
| अर्चयित्वा | अर्चय् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| त्रिलोक | त्रिलोक | pos=n,comp=y |
| प्रभवम् | प्रभव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| हरिम् | हरि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अश्वमेधम् | अश्वमेध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अवाप्नोति | अवाप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| विष्णु | विष्णु | pos=n,comp=y |
| लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| गच्छति | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |