महाभारतम् — 3.82.45
Original
Segmented
भृगुतुङ्गम् समासाद्य वाजिमेध-फलम् लभेत् गत्वा वीरप्रमोक्षम् च सर्व-पापैः प्रमुच्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भृगुतुङ्गम् | भृगुतुङ्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| समासाद्य | समासादय् | pos=vi |
| वाजिमेध | वाजिमेध | pos=n,comp=y |
| फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| लभेत् | लभ् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| गत्वा | गम् | pos=vi |
| वीरप्रमोक्षम् | वीरप्रमोक्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| पापैः | पाप | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| प्रमुच्यते | प्रमुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |