महाभारतम् — 3.82.62
Original
Segmented
विमल-अशोकम् आसाद्य विराजति यथा शशी तत्र उष्य रजनीम् एकाम् स्वर्ग-लोके महीयते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विमल | विमल | pos=a,comp=y |
| अशोकम् | अशोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आसाद्य | आसादय् | pos=vi |
| विराजति | विराज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| यथा | यथा | pos=i |
| शशी | शशिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| उष्य | वस् | pos=vi |
| रजनीम् | रजनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| एकाम् | एक | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| स्वर्ग | स्वर्ग | pos=n,comp=y |
| लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| महीयते | महीय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |