महाभारतम् — 3.83.21
Original
Segmented
ततस् तीरे समुद्रस्य कन्यातीर्थ उपस्पृशेत् तत्र उपस्पृश्य राज-इन्द्र सर्व-पापैः प्रमुच्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततस् | ततस् | pos=i |
| तीरे | तीर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| समुद्रस्य | समुद्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| कन्यातीर्थ | कन्यातीर्थ | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| उपस्पृशेत् | उपस्पृश् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| उपस्पृश्य | उपस्पृश् | pos=vi |
| राज | राजन् | pos=n,comp=y |
| इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| पापैः | पाप | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| प्रमुच्यते | प्रमुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |