महाभारतम् — 3.83.37
Original
Segmented
ततो ऽवाप्य महा-पुण्याम् पयोष्णीम् सरिताम् वराम् पितृ-देव-अर्चन-रतः गो सहस्र-फलम् लभेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततो | ततस् | pos=i |
| ऽवाप्य | अवाप् | pos=vi |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| पुण्याम् | पुण्य | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| पयोष्णीम् | पयोष्णी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| सरिताम् | सरित् | pos=n,g=f,c=6,n=p |
| वराम् | वर | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| पितृ | पितृ | pos=n,comp=y |
| देव | देव | pos=n,comp=y |
| अर्चन | अर्चन | pos=n,comp=y |
| रतः | रम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| गो | गो | pos=i |
| सहस्र | सहस्र | pos=n,comp=y |
| फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| लभेत् | लभ् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |