महाभारतम् — 3.92.3
Original
Segmented
लोमश उवाच न अत्र दुःखम् त्वया राजन् कार्यम् पार्थ कथंचन यद् अधर्मेण वर्धेरन्न् अधर्म-रुचयः जनाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| लोमश | लोमश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| न | न | pos=i |
| अत्र | अत्र | pos=i |
| दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| कार्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| पार्थ | पार्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| कथंचन | कथंचन | pos=i |
| यद् | यत् | pos=i |
| अधर्मेण | अधर्म | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| वर्धेरन्न् | वृध् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
| अधर्म | अधर्म | pos=n,comp=y |
| रुचयः | रुचि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| जनाः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=p |