महाभारतम् — 3.95.19
Original
Segmented
अगस्त्य उवाच न वै धनानि विद्यन्ते लोपामुद्रे तथा मम यथाविधानि कल्याणि पितुस् तव सुमध्यमे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अगस्त्य | अगस्त्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| न | न | pos=i |
| वै | वै | pos=i |
| धनानि | धन | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| विद्यन्ते | विद् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| लोपामुद्रे | लोपामुद्रा | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| यथाविधानि | यथाविध | pos=a,g=n,c=1,n=p |
| कल्याणि | कल्य | pos=a,g=n,c=1,n=p |
| पितुस् | पितृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| सुमध्यमे | सुमध्यमा | pos=n,g=f,c=8,n=s |