महाभारतम् — 3.95.8
Original
Segmented
प्राप्य भार्याम् अगस्त्यस् तु लोपामुद्राम् अभाषत महार्हानि उत्सृज एतानि वासांसि आभरणानि च
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
| भार्याम् | भार्या | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अगस्त्यस् | अगस्त्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| लोपामुद्राम् | लोपामुद्रा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अभाषत | भाष् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| महार्हानि | महार्ह | pos=a,g=n,c=2,n=p |
| उत्सृज | उत्सृज् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| एतानि | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| वासांसि | वासस् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| आभरणानि | आभरण | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |