महाभारतम् — 3.97.12
Original
Segmented
अगस्त्य उवाच गवाम् दश सहस्राणि राज्ञाम् एकैकशो ऽसुर तावद् एव सुवर्णस्य दित्सितम् ते महा-असुर
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अगस्त्य | अगस्त्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| गवाम् | गो | pos=n,g=,c=6,n=p |
| दश | दशन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सहस्राणि | सहस्र | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| राज्ञाम् | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| एकैकशो | एकैकशस् | pos=i |
| ऽसुर | असुर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| तावद् | तावत् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| सुवर्णस्य | सुवर्ण | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| दित्सितम् | दित्सित | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| असुर | असुर | pos=n,g=m,c=8,n=s |