महाभारतम् — 3.98.15
Original
Segmented
करेणुभिः वारणैः च प्रभिद्-करटामुखैः सरो ऽवगाढैः क्रीडद्भिः समन्ताद् अनुनादितम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| करेणुभिः | करेणु | pos=n,g=f,c=3,n=p |
| वारणैः | वारण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| प्रभिद् | प्रभिद् | pos=va,comp=y,f=part |
| करटामुखैः | करटामुख | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| सरो | सरस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ऽवगाढैः | अवगाह् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| क्रीडद्भिः | क्रीड् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| समन्ताद् | समन्तात् | pos=i |
| अनुनादितम् | अनुनादय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |