महाभारतम् — 3.99.2
Original
Segmented
कालकेयैः महा-कायैः समन्ताद् अभिरक्षितम् समुद्यम्-प्रहरणैः स शृङ्गैः इव पर्वतैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कालकेयैः | कालकेय | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| कायैः | काय | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| समन्ताद् | समन्तात् | pos=i |
| अभिरक्षितम् | अभिरक्ष् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| समुद्यम् | समुद्यम् | pos=va,comp=y,f=part |
| प्रहरणैः | प्रहरण | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| स | स | pos=i |
| शृङ्गैः | शृङ्ग | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| इव | इव | pos=i |
| पर्वतैः | पर्वत | pos=n,g=m,c=3,n=p |