महाभारतम् — 4.15.1
Original
Segmented
कीचक उवाच स्वागतम् ते सु केशान्ते सु व्युष्टा रजनी मम स्वामिनी त्वम् अनुप्राप्ता प्रकुरुष्व मम प्रियम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कीचक | कीचक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| स्वागतम् | स्वागत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| सु | सु | pos=i |
| केशान्ते | केशान्त | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| सु | सु | pos=i |
| व्युष्टा | विवस् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| रजनी | रजनी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| स्वामिनी | स्वामिनी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अनुप्राप्ता | अनुप्राप् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| प्रकुरुष्व | प्रकृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| प्रियम् | प्रिय | pos=n,g=n,c=2,n=s |