महाभारतम् — 4.15.27
Original
Segmented
विराट उवाच परोक्षम् न अभिजानामि विग्रहम् युवयोः अहम् अर्थ-तत्त्वम् अविज्ञाय किम् नु स्यात् कुशलम् मम
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विराट | विराट | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| परोक्षम् | परोक्ष | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| अभिजानामि | अभिज्ञा | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| विग्रहम् | विग्रह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| युवयोः | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=d |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
| तत्त्वम् | तत्त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अविज्ञाय | अविज्ञाय | pos=i |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| नु | नु | pos=i |
| स्यात् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| कुशलम् | कुशल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |