महाभारतम् — 4.15.30
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच एवम् संपूजयन् तत्र कृष्णाम् प्रेक्ष्य सभ-सदः युधिष्ठिरस्य कोपात् तु ललाटे स्वेद आसजत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| संपूजयन् | सम्पूजय् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| कृष्णाम् | कृष्णा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| प्रेक्ष्य | प्रेक्ष् | pos=vi |
| सभ | सभा | pos=n,comp=y |
| सदः | सद् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| युधिष्ठिरस्य | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| कोपात् | कोप | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| ललाटे | ललाट | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| स्वेद | स्वेद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| आसजत् | आसञ्ज् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |