महाभारतम् — 4.17.13
Original
Segmented
रुक्मम् हिरण्यम् वासांसि यानम् युग्यम् अजाविकम् अश्व-अश्वतर-सङ्घान् च न जातु क्षयम् आवहेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| रुक्मम् | रुक्म | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| हिरण्यम् | हिरण्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वासांसि | वासस् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| यानम् | यान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| युग्यम् | युग्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अजाविकम् | अजाविक | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अश्व | अश्व | pos=n,comp=y |
| अश्वतर | अश्वतर | pos=n,comp=y |
| सङ्घान् | संघ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| न | न | pos=i |
| जातु | जातु | pos=i |
| क्षयम् | क्षय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आवहेत् | आवह् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |