महाभारतम् — 4.18.25
Original
Segmented
सहदेवस्य वृत्तानि चिन्तयन्ती पुनः पुनः न विन्दामि महा-बाहो सहदेवस्य दुष्कृतम् यस्मिन्न् एवंविधम् दुःखम् प्राप्नुयात् सत्य-विक्रमः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सहदेवस्य | सहदेव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वृत्तानि | वृत्त | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| चिन्तयन्ती | चिन्तय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| न | न | pos=i |
| विन्दामि | विद् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| बाहो | बाहु | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| सहदेवस्य | सहदेव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| दुष्कृतम् | दुष्कृत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| यस्मिन्न् | यद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| एवंविधम् | एवंविध | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्राप्नुयात् | प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| सत्य | सत्य | pos=a,comp=y |
| विक्रमः | विक्रम | pos=n,g=m,c=1,n=s |