महाभारतम् — 4.27.28
Original
Segmented
एवम् एतत् तु संचिन्त्य यत् कृतम् मन्यसे हितम् तत् क्षिप्रम् कुरु कौरव्य यदि एवम् श्रद्दधासि मे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| संचिन्त्य | संचिन्तय् | pos=vi |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| मन्यसे | मन् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| हितम् | हित | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| क्षिप्रम् | क्षिप्रम् | pos=i |
| कुरु | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| कौरव्य | कौरव्य | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| यदि | यदि | pos=i |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| श्रद्दधासि | श्रद्धा | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |