महाभारतम् — 4.3.5
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच सहदेव कथम् तस्य समीपे विहरिष्यसि किम् वा त्वम् तात कुर्वाणः प्रच्छन्नो विचरिष्यसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सहदेव | सहदेव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| समीपे | समीप | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| विहरिष्यसि | विहृ | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| कुर्वाणः | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| प्रच्छन्नो | प्रच्छद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| विचरिष्यसि | विचर् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |