महाभारतम् — 4.31.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच निर्याय नगरात् शूरासः व्यूढ-अनीकाः प्रहारिणः त्रिगर्तान् अस्पृशन् मत्स्याः सूर्ये परिणते सति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| निर्याय | निर्या | pos=vi |
| नगरात् | नगर | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| शूरासः | शूर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| व्यूढ | व्यूह् | pos=va,comp=y,f=part |
| अनीकाः | अनीक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| प्रहारिणः | प्रहारिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| त्रिगर्तान् | त्रिगर्त | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अस्पृशन् | स्पृश् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| मत्स्याः | मत्स्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सूर्ये | सूर्य | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| परिणते | परिणम् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| सति | अस् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |