महाभारतम् — 4.38.38
Original
Segmented
यत् तत् शत-सहस्रेण संमितम् राष्ट्र-वर्धनम् येन देवान् मनुष्यान् च पार्थो विषहते मृधे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| शत | शत | pos=n,comp=y |
| सहस्रेण | सहस्र | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| संमितम् | संमा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| राष्ट्र | राष्ट्र | pos=n,comp=y |
| वर्धनम् | वर्धन | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| येन | यद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| देवान् | देव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| मनुष्यान् | मनुष्य | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| पार्थो | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विषहते | विषह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| मृधे | मृध | pos=n,g=m,c=7,n=s |