महाभारतम् — 4.4.49
Original
Segmented
अग्निम् प्रदक्षिणम् कृत्वा ब्राह्मणान् च तपोधनान् याज्ञसेनीम् पुरस्कृत्य षड् एव अथ प्रवव्रजुः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अग्निम् | अग्नि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्रदक्षिणम् | प्रदक्षिण | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| ब्राह्मणान् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| तपोधनान् | तपोधन | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| याज्ञसेनीम् | याज्ञसेनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| पुरस्कृत्य | पुरस्कृ | pos=vi |
| षड् | षष् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| अथ | अथ | pos=i |
| प्रवव्रजुः | प्रव्रज् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |