महाभारतम् — 4.46.14
Original
Segmented
द्रोण उवाच यद् एव प्रथमम् वाक्यम् भीष्मः शांतनवो ऽब्रवीत् तेन एव अहम् प्रसन्नो वै परम् अत्र विधीयताम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| द्रोण | द्रोण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| प्रथमम् | प्रथम | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| भीष्मः | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शांतनवो | शांतनव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| तेन | तेन | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| प्रसन्नो | प्रसद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| वै | वै | pos=i |
| परम् | परम् | pos=i |
| अत्र | अत्र | pos=i |
| विधीयताम् | विधा | pos=v,p=3,n=s,l=lot |