महाभारतम् — 4.46.3
Original
Segmented
यस्य सूर्य-समाः पञ्च सपत्नाः स्युः प्रहारिणः कथम् अभ्युदये तेषाम् न प्रमुह्येत पण्डितः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| सूर्य | सूर्य | pos=n,comp=y |
| समाः | सम | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| पञ्च | पञ्चन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सपत्नाः | सपत्न | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| स्युः | अस् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
| प्रहारिणः | प्रहारिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| अभ्युदये | अभ्युदय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| न | न | pos=i |
| प्रमुह्येत | प्रमुह् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| पण्डितः | पण्डित | pos=a,g=m,c=1,n=s |