महाभारतम् — 4.50.23
Original
Segmented
ततो ऽभ्यवहद् अव्यग्रो वैराटिः सव्यसाचिनम् यत्र अतिष्ठत् कृपो राजन् योत्स्यमानो धनंजयम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततो | ततस् | pos=i |
| ऽभ्यवहद् | अभिवह् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| अव्यग्रो | अव्यग्र | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| वैराटिः | वैराटि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सव्यसाचिनम् | सव्यसाचिन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| अतिष्ठत् | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| कृपो | कृप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| योत्स्यमानो | युध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| धनंजयम् | धनंजय | pos=n,g=m,c=2,n=s |