महाभारतम् — 4.51.4
Original
Segmented
तद् देव-यक्ष-गन्धर्व-महा-उरग-समाकुलम् शुशुभे अभ्र-विनिर्मुक्तम् ग्रहैः इव नभस्तलम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| देव | देव | pos=n,comp=y |
| यक्ष | यक्ष | pos=n,comp=y |
| गन्धर्व | गन्धर्व | pos=n,comp=y |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| उरग | उरग | pos=n,comp=y |
| समाकुलम् | समाकुल | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| शुशुभे | शुभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अभ्र | अभ्र | pos=n,comp=y |
| विनिर्मुक्तम् | विनिर्मुच् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| ग्रहैः | ग्रह | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| इव | इव | pos=i |
| नभस्तलम् | नभस्तल | pos=n,g=n,c=1,n=s |