महाभारतम् — 4.53.5
Original
Segmented
स संहाराणि दिव्यानि सर्वाणि अस्त्राणि मारिष धनुर्वेदः च कार्त्स्न्येन यस्मिन् नित्यम् प्रतिष्ठितः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | स | pos=i |
| संहाराणि | संहार | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| दिव्यानि | दिव्य | pos=a,g=n,c=1,n=p |
| सर्वाणि | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| अस्त्राणि | अस्त्र | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| मारिष | मारिष | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| धनुर्वेदः | धनुर्वेद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| कार्त्स्न्येन | कार्त्स्न्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| यस्मिन् | यद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| प्रतिष्ठितः | प्रतिष्ठा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |